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द गर्ल इन रूम 105

बिलकुल, और ये रहा डेस्कटॉप, ' सौरभ ने कहा।

'लेकिन क्या तुम मुझे पहले ज़ारा के सेफ़ वाली तस्वीरें दिखा सकते हो?" सौरभ ने अपना फ़ोन मुझे थमा दिया। मैंने ज़ारा के सेफ़ से मिली प्रैग्नेंसी किट्स वाली तस्वीरें खोलीं और ज़ूम करके देखा।

'इन पर वही केमिस्ट टैग है, जो यहां वाली किट्स पर है, मैंने कहा।

सौरभ ने तस्वीरों का मिलान करके देखा। 'ओह, येस।'

"यानी ये दोनों एक ही जगह में खरीदी गई थीं, मैंने कहा।

"फ़ैज़ ने बहुत सारी खरीदी होंगी और कुछ जारा को दे दी होंगी। तो दोनों का अफ़ेयर साबित हो गया। और यह भी कि इसी ने ईयररिंग्स दी होगी।'

'तो क्या जारा फ़ैज़ के बच्चे की मां बनने वाली थी?" मैंने कहा ।

मुझे गहरा झटका लगा। मैं बेड पर बैठ गया और छत को ताकता रहा। 'हो सकता है। लेकिन हुआ क्या होगा? क्या फ़ैज़ ने एवोर्शन के लिए उस पर दबाव बनाया होगा? और

जब ज़ारा की मौत हुई, तब वह प्रेसेंट थी?"

मैंने अपने दोनों कानों पर हथेलियां रख दीं।

'मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि जारा ऐसा कर सकती है। इडियट मी, मुझे लगता था कि वो एक

परफेक्ट इंसान थी, जबकि वो यहां-वहां लोगों के साथ सोती फिरती थी...'

श्श्श... ऐसा हो जाता है, भाई।'

'भाई, तुम ठीक हो?"

"उसने मुझसे कहा था कि वो रघु के साथ खुश है, मैं उसका पीछा छोड़ दूं। और मैं सोचता था कि शायद इसीलिए वो लौटकर मेरे पास नहीं आना चाहती है।" मैं खड़ा हो गया और फैज़ की फैमिली फोटो उठाकर दीवार पर दे मारी। फ्रेम का शीशा चकनाचूर होकर

बिखर गया।

'भाई, अपने पर कंट्रोल करो। अगर किसी ने नुन लिया तो हम मारे जाएंगे।'

'लेकिन मैं पहले ही मर चुका हूं। चलो यहां से चलते हैं।" कम से कम इसका कंप्यूटर तो एक बार देख लें, सौरभ ने कहा।

'व्हॉटेवर, मैंने कहा

"तब तक वो सारे बिस्किट पैक कर लो। हमें इस आदमी के ख़िलाफ़ पुख्ता सबूतों की ज़रूरत होगी।'

'ठीक है, मैंने कहा और ऑटोपायलट मोड में काम करते हुए सोने के बिस्किट्स को बैकपैक में जमाने लगा।

मुझे नहीं मालूम मुझे ज्यादा बुरा क्या लग रहा था, फैज़ का ज़ारा को मारना, या जारा का फ़ैज़ के साथ

सोना।

क्या

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'कंप्यूटर में तो कुछ नहीं है। मुझे केवल कैप्टन की ब्राउज़र हिन्ट्री मिली है।' 'हमें सबूतों की ज़रूरत है, सौरभ मैं नहीं चाहता कि पुलिस कहे हमारे पास पर्याप्त सबूत नहीं हैं।'

'उसे पॉर्न का चस्का था। उसकी ब्राउज़र हिस्ट्री पॉर्नहब की सर्च से भरी पड़ी है। ये तो मेरी भी चॉइस है—

गोरी और जवान लड़कियां।"

"शट अप और कोई काम की बात बताओ।"

"शांत हो जाओ, भाई। तो, उसने यह गूगल सर्च किया था दिल्ली के सबसे अच्छे डाइवोर्स लॉयर्स। '

'ज़ाहिर है, द परफेक्ट खान फैमिली इतनी भी परफ़ेक्ट नहीं है, मैंने कहा। सौरभ उसकी ब्राउज़र हिस्ट्री चेक करता रहा।

'सामान्य ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स, और डैम, दिल्ली में एवोर्शन क्लिनिक्स के लिए बहुत सारी सर्चेस और क्लिक्स।'

'PIT?'

'हो। दिसंबर 2017 में जारा की मौत के दो महीने पहले यह इडियट अपनी नहीं करता है।" 'इसका कंप्यूटर भी साथ लेकर चलते हैं।'

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